सहस्त्रधारा देहरादून(Sahasradhara):- आखिर क्यों जाते है लोग सहस्त्रधारा घूमने या पिकनिक मानाने के लिए

My Trips

Written by:

सहस्त्रधारा देहरादून, जहाँ है सैकड़ों धाराओं का समूह, यह स्थान देव भूमि उत्तराखंड की पहाड़ियों से घिरा हुआ है। देहरादून के हरे-भरे नज़ारों से भरपूर, यह बाल्दी नदी के तट पर स्थित है। सहस्त्रधारा, उत्तराखंड में देहरादून के पास एक लोकप्रिय पिकनिक स्थान है। सहस्त्रधारा, जो की गुफाओं और झरनों  के लिए जाना जाता है, भारत में पिकनिक के लिए एक केंद्र है। मुझे भी अपने दोस्तों के साथ सहस्त्रधारा आने का अवसर प्राप्त हुआ मेने भी यहाँ आने बाद ही सहस्त्रधारा के बारे में जाना है। सहस्त्रधारा अपने प्राचीन जल धाराओं ( झरनों ) के लिए जाना जाता है, यह स्थान अलौकिक प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाता है या प्रदर्शित करता है। देहरादून से लगभग 14KM किमी दूर है, यहाँ जाने के लिए नेशनल हाइवे NH 58 से जाना होता है। 

इस लेख में आपको बताने वाला हूँ। आखिर क्यों जाते है लोग सहस्त्रधारा घूमने या पिकनिक मानाने के लिए ?

क्यों जाते  है लोग सहस्त्रधारा घूमने या पिकनिक:-

जैसा की में पहले भी आपको बता चूका हूँ। सहस्त्रधारा, जिसका अर्थ होता है  सैकड़ों गुना वसंत, पानी के कुंडों का एक बहुत बड़ा संग्रह है, जहां चूना पत्थर के से पानी टपकता रहता है, इस प्रकार यह पानी सल्फर स्प्रिंग्स में बदल जाता है। यहाँ के स्थानीय लोगों मेने जाना सहस्त्रधारा में स्नान करना  बहुत ही शुभ माना जाता है क्योंकि यह पानी पहाड़ियों से आता है और पहाड़ों पर अनेक प्रकार की जड़ी बूटी होती है जोकि हमारी त्वचा के लिए बहुत अच्छी होती है। क्योंकि इस पानी में औषधीय गुण होते हैं, जो हमरी मांसपेशियों में दर्द, खराब रक्त परिसंचरण,चेहरे पर मुँहासे और यहां तक ​​कि गठिया, या बॉडी के जोइंटो में दर्द का होना जैसी बीमारियों से पीड़ित किसी को भी ठीक किया  जा सकता  हैं। मेने भी यहाँ स्नान किया है। में यहाँ देखा भी है की यहाँ प्रति दिन लगभग हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ लगी ही रहती है।

क्योंकि यहाँ सबसे अच्छा लगा मुझे यहाँ लोगों की दैनिक सुभिदायं उपलब्ध है।  कहीं और नहीं जाना पड़ता जैसे की खाने पीने का समान या रेस्ट करने के लिए होटल ये सभी सुब्धा यहाँ उपलब्ध है। यहाँ पास में, एक रोपवे है, जो की आसपास के मनोरम दृश्य का आनंद लेने के लिए  पर्यटकों को एक उच्च बिंदु पर ले जाता है। सहस्त्रधारा के पास में ही , जॉयलैंड वाटर पार्क,  भी है यहाँ अवश्य जाना चाहिए। सहस्त्रधारा वह स्थान जहाँ पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य ने वर्षों तपस्या की थी

सहस्त्रधारा देहरादून, घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है :-

वैसे ऐसा कोई निर्धारित समय नहीं है सहस्त्रधारा जाने के लिए आप किसी भी समय या महीने में जा सकते है अपने समय के अनुसार जा सकते है। मेरे अनुसार अगर आप दिल्ली के आस पास के छेत्र से है तो आपके लिए मेरे अनुसार ये 4 महीने सबसे अच्छे रहेंगे अप्रैल से जुलाई     तक क्योंकि दिल्ली छेत्र में इस समय चिलचिलाती गर्मी पड़ती है और सहस्त्रधारा का मोषम नॉर्मल होता है। इस लिए सहस्त्रधारा की यात्रा करने का सही समय अप्रैल-जुलाई के गर्मियों के महीनों का होता है। यहाँ कोई ठंडे पानी में स्नान करके, चिलचिलाती गर्मी से राहत पा सकता है। एवं प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए बहुत अच्छा समय है। पानी पहाड़ियों ( चट्टानों ) से नीचे की ओर आता है और यह क्षेत्र प्राकृतिक रूप से समृद्ध हो जाता है। सहस्त्रधारा आने पर, पहाड़ों  की चोटी से अद्भुत दृश्य का आनंद अवश्य लें।

समय (Visiting Time): प्रातः 08:00 से सायं 07:00 बजे तक

स्थान: सहस्त्रधारा रोड, देहरादून, उत्तराखंड 248001, भारत

कैसे पहुंचे सहस्त्रधारा देहरादून (How to Reach Sahasradhara):-

अगर आप सहस्त्रधारा जाना चाहते है। हर किसी का यही प्रश्न होता है आखिर पहुंचे कैसे इस प्रश्न का उत्तर सभी लोग अपने प्रकार से देते है क्योंकि हर कोई अपने स्थान से जाता है तो उसे उस स्थान से जाने के बारे में पता होता है जैसे की में दिल्ली से अपने यात्रा स्टार्ट के रहा हूँ तो मुझे दिल्ली से सहस्त्रधारा जाने का रास्ता मालूम है। दिल्ली से सीधा नेशनल हाइवे NH 334 लेना हे हरिद्वार होते हुए लगभग 300 KM सहस्त्रधारा 5 से 6 घंटे का समय लगता है। यहाँ आप निजी टेक्सी बस रेल एवं निजी कार से यात्रा क्र सकते है। सहस्त्रधारा के लिए कोई सीधी ट्रैन नहीं है दिल्ली से देहरादून तक ट्रैन सेवा है। देहरादून से सहस्त्रधारा 14KM की दुरी पर हे यहाँ से बस टेक्सी के आसानी से जा कस्ते है।

जॉली ग्रांट हवाई अड्डा लगभग 36KM किमी निकटतम  है। दिल्ली से हवाई यात्रा भी कर सकते है।

सहस्त्रधारा के आस पास कुछ लोकप्रिय स्थान:-

ऋषिकेश, देहरादून, मसूरी, उत्तरकाशी, नैनीताल, हरिद्वार, अल्मोड़ा, चमोली, गढ़वाल, पिथौरागढ़, चम्पावत,

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *